आगाज़ तो होता है अंजाम नहीं होता
जब मेरी कहानी में वो नाम नहीं होता
जब ज़ुल्फ़ की कालिख़ में घुल जाए कोई राही
बदनाम सही लेकिन गुमनाम नहीं होता
हँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुने टुकड़े
हर शख्स की किस्मत में ईनाम नहीं होता
बहते हुए आंसू ने आँखों से कहा थम कर
जो मय से पिघल जाए वो जाम नहीं होता
दिन डूबे हैं या डूबी बारात लिए कश्ती
साहिल पे मगर कोई कोहराम नहीं होता
--- मीना कुमारी 'नाज़'
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महजबीं बानो जिनको भारतीय फिल्म जगत में ट्रेजेडी क़ुईन मीना कुमारी के नाम से जाना जाता है | वो जितनी अच्छी अदाकारा थीं उतनी ही अच्छी शायर भी थीं |
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